Dec.17, 2019    3.50.PM
डाक्टर, अस्पताल, स्टाफ सभी अनधिकृत लेकिन ................
छापेमारी के दस दिन बाद भी नही कार्रवाई, धड़ल्ले से हो रहा ईलाज
SAFIDON (Haryana):
डिप्टी सीएमओ बोले: बड़ा मामला है कार्रवाई मे अभी और लगेगा समय
सफीदों भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े पर गृहमंत्री एवम मुख्यमंत्री की कार्रवाईयां बेशक आजकल मीडिया की सुर्खियां बनी हैं लेकिन सफीदों मे एक ऐसा निजी अस्पताल है जो अनेक तरह के उपचार लोगों को सरेआम दे रहा है इसके बावजूद कि दस दिन पहले की छापेमारी मे जिला के उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 प्रभुदयाल ने माना है कि यह अस्पताल उनके विभाग से विधिवत स्वीकृत नही है, इसके लैटरपैड पर अंकित नामो के डाक्टर यहां उपलब्ध नही और केवल एक महिला बीएएमएस है, उसका भी हरियाणा सरकार से पंजीकरण नही है। डा0 प्रभुदयाल कहते हैं कि इस अस्पताल का गर्भपात के लिए अधिकृत होने का सवाल ही नही लेकिन उनकी छानबीन मे ऐसे पचास से अधिक मामले हैं जिनमे यहां गैरकानूनी तौर पर गर्भपात किया गया है। इस अस्पताल मे ऐसे अपराध के स्तर को कितना बड़ा मानते हैं यह इस संवाददाता की उनसे सोमवार को फोन पर हुई बातचीत से ही स्पष्ट है जिसमे डिप्टी सीएमओ का कहना है कि इस पर कड़ी कार्रवाई के बाद सफीदों क्षेत्र मे लिंगानुपात नही बिगड़ेगा। डा0 प्रभुदयाल का कहना है कि स्टाफ की योग्यता पर भी उन्हें शक है, ये खुद को डाक्टर बताकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। उन्होने कहा कि अस्पताल का संचालक डाक्टर उनके सामने अभी तक नही आया है और फोन पर हुई बात मे उसने अपनी डिग्री शायद कानपुर के किसी कालेज की बताई है जबकि उनका कहना है कि बीएएमएस धारी महिला डाक्टर की डिग्री पुणे की विद्या भारती डीम्ड युनिवर्सिटी से जारी है जिसकी जांच उन्होने करा ली है, सही है, लेकिन वह हरियाणा सरकार मे चिकित्सा कार्यों के लिए पंजीकृत नही है। बीत गई 6 दिसम्बर को की गई छापेमारी मे उन्होने बताया था कि गर्भपात की प्रयोग की गई एक किट उन्हें मिल गई है। तब उन्होने कहा था कि इससे एमटीपी (मैडीकल टर्मिनेशन आफ प्रीगनैंसी) अधिनियम 1971 का मामला तो सीधे तौर पर बनता ही है जो तत्काल दर्ज कराया जाएगा। सोमवार को भी इस अस्पताल के कारिंदे यूं ही काम मे लगे थे। छापेमारी के दस दिन बाद सोमवार को डा0 प्रभुदयाल से बात की गई तो उन्होने कहा कि मामला इतना बड़ा है उनकी जांच मे पचास से अधिक मामले अवैध गर्भपात के आ चुके हैं। उन्होने कहा कि एक मामले पर ही केस दर्ज करा देते तो पुलिस आगे कुछ नही करती और उस एक पर ही जांच को निपटा देती। इस मामले के प्रति बातचीत मे खुद को गम्भीर दिखा रहे डिप्टी सीएमओ का कहना है कि अभी तीन चार दिन और लगेंगे मामला दर्ज कराने मे लेकिन इस तथाकथित अस्पताल के कामकाज की पूर्ववत स्थिति को देखें और सूत्रों की मानें तो कार्रवाई की ज्यादा सम्भावनाएं नही हैं
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Actions against irregularities and corruption is on highlight in Haryana these days for which CM Mr. Manohar lal Khattar and Home Minister Mr. Anil Vij are being widely praised, they should be. But the above situation in Health reveals the ground truth how people dare to involve in medical practice to such an extent unauthorisedly and unlawfully. Action should be taken immediately.













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